पर्युषण पर्व २०१९ (श्वेताम्बर जैन समाज)
२६ या २७ अगस्त से प्रारम्भ हो कर २ या ३ सितम्बर को समाप्त
श्वेताम्बर जैनों का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व पर्युषण इस वर्ष २०१९ में २६/ २७ अगस्त को प्रारम्भ होगा। आठ दिनों का यह महापर्व पर्युषण २/३ सितम्बर को समाप्त होगा. श्वेताम्बर जैन समाज में कुछ समुदाय चौथ की संवत्सरी मानते हैं और कुछ लोग पंचमी की. इस कारण तिथि का यह भेद होता है. इसके अतिरिक्त चांद्र तिथि की गणना में पंचांगों का भी भेद होता है उसके अनुसार भी कई बार इस प्रकार तिथि भेद होता है.
कल्पसूत्र, जैन आगम |
लक्ष्मी देवी, कल्पसूत्र |
श्वेताम्बर जैन मूर्तिपूजक समुदाय में खरतरगच्छ आम्नाय में पर्युषण २६ अगस्त २०१९ से प्रारम्भ हो कर २ सितम्बर को पूर्ण होगा. इसके अनुसार जन्म वांचन ३० अगस्त को होगा और संवत्सरी २ सितम्बर की रहेगी.
पर्युषण पर्व के अवसर पर कल्पसूत्र की वाचना होती है, स्वप्नावतरण एवं जन्म वांचन होता है और अंतिम दिन सांवत्सरिक प्रतिक्रमण एवं क्षमा याचना की जाती है.
दिगंबर जैन पर्युषण दस लक्षण पर्व
दिगंबर जैन समुदाय पर्युषण को दस लक्षण पर्व के रूप में मनाता है. भाद्रपद शुक्ल पंचमी से प्रारम्भ यह पर्व दस दिनों तक चलता है और अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है. इस वर्ष यह पर्व ३ सितम्बर, २०१९ से प्रारम्भ हो कर १२ सितम्बर को समाप्त होगा.
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Jyoti Kothari (Jyoti Kothari, Proprietor, Vardhaman Gems, Jaipur represents Centuries Old Tradition of Excellence in Gems and Jewelry. He is also ISO 9000 professional).